लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए तीन नामों पर हो रही चर्चा, नंबर 4 है मजबूत दावेदार

लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए तीन नामों पर हो रही चर्चा, नंबर 4 है मजबूत दावेदार :- 17वीं लोकसभा का पहला संसदीय सत्र 17 जून से 26 जुलाई तक चलेगा, जिसमें 19 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव होगा. 5 जुलाई को बजट पेश किया जाएगा.

केंद्र में अपार बहुमत के साथ सत्ता में लौटी नरेंद्र मोदी सरकार ने कई सीनियर नेताओं को इस बार कोई पद नहीं दिया है.

ऐसे में माना जा रहा है कि अध्यक्ष पद के लिए पार्टी जिसको चुनेगी, उस पर कोई विवाद नहीं होगा. अभी इस पद को लेकर तीन नामों की प्रमुखता से चर्चा है…

लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर है राधामोहन सिंह के नाम की चर्चा.

नंबर 1 : राधामोहन सिंह

बिहार के पूर्वी चंपारण से सांसद राधामोहन सिंह का नाम अध्यक्ष पद को लेकर खूब चर्चा में है। राधामोहन सिंह को इस बार केंद्रीय कैबिनेट में जगह नहीं मिली है।

बिहार के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय को मोदी कैबिनेट में जगह मिली है। ऐसे में बिहार प्रदेश अध्यक्ष के लिए भी उनके नाम की चर्चा है। वहीं, छह बार सांसद रहे राधामोहन सिंह संगठन में अपनी मजबूत पकड़ के लिए लोकसभा अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे हैं।

दलित नेता वीरेंद्र कुमार के नाम की भी चल रही है चर्चा.

नंबर 2 : वीरेंद्र कुमार

वीरेंद्र कुमार दलित नेता हैं। मध्य प्रदेश के सागर से चार बार और टीकमगढ़ से लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। वीरेंद्र कुमार को वरिष्ठता के आधार पर लोकसभा अध्यक्ष की रेस में दावेदार माना जा रहा है। दलित वोटरों को लुभाने के लिए भाजपा उनके नाम को आगे कर सकती है।

संतोष गंगवार के नाम पर भी हो रहा है विचार.

नंबर 3 : संतोष गंगवार

संतोष गंगवार भी लगातार छह बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। 1996 में उन्हें उनकी सांगठनिक क्षमता के आधार पर उत्तर प्रदेश भाजपा का प्रदेश महासचिव बनाया गया था।
आपातकाल के दौरान सरकार विरोधी आंदोलनों के कारण जेल जा चुके संतोष गंगवार का नाम भी लोकसभा अध्यक्ष के लिए चल रहा है। हालांकि, वे केंद्रीय कैबिनेट का हिस्सा बन चुके हैं। बावजूद इसके चर्चा चल रही है।

मेनका गांधी के नाम पर सबसे अधिक हो रहा है विचार

नंबर 4 : मेनका गांधी

लोकसभा अध्यक्ष की रेस में मेनका गांधी का नाम सबसे आगे है। दरअसल, वे सीनियर नेता हैं और भाजपा उनके चेहरे को आगे कर सकती है। इससे उन्हें कांग्रेस को भी साधने में मदद मिल जाएगी।

कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी को संसदीय दल का नेता बनाया गया है। ऐसे में अगर मेनका गांधी लोकसभा अध्यक्ष बनती हैं तो इसका अलग असर होगा। वैसे भी मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में एक वरिष्ठ महिला सांसद सुमित्रा महाजन को यह जिम्मेदारी दी गई थी। ऐसे में मेनका गांधी के नाम पर सबसे अधिक विचार चल रहा है।

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