आज से 50 साल पहले उस वक्त, जब सुकाल अपने दोस्त के लिए दुल्हन देखने बेमेतरा जिले के ग्राम बिरसिंघी गए थे, जहां वे अपने दोस्त के लिए दुल्हन देखने के लिए गए थे, मगर वहीं उन्हें उस दुल्हन की छोटी बहन से प्यार हो गया, मगर उनसे शादी करने के लिए बीच में उनकी घर की आर्थिक स्थिति आड़े आ गई। दरअसल, उनके घर की आर्थिक स्थिति बेहद चरमराई हुई थी, जिसके चलतेे वे शादी करने में असमर्थ थे, मगर उन्होंने न आव देखा न ताव सीधा अपने मोहब्बत को पाने के लिए उन्हें अपने घर ले आए। इसके बाद ये दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहने लग गए।
इतने लंबे अरसे तक लिव इन में रहने के बाद सुकाल को हमेशा इस बात का मलाल रहता था कि उनकी शादी धूमधाम से नहीं हुई। इसके साथ ही उन्हें इस बात का भी खौफ सताता था कि उनके मरने के बाद उन्हें मोक्ष की प्राप्ती नहीं होगी। इतना ही नहीं, उन्हें इस बात का खौफ कोई और नहीं बल्कि उनका बेटा खुद उन्हें बताता था कि अगर उन्होंने नियम कायदे कानून से शादी नहीं की तो उन्हें मृत्यु उपरांत मोक्ष की प्राप्ती नहीं होगी। लिहाजा, अब उनके बेटे सुकाल ने पूरे धूमधाम से उनकी शादी करवा दी। फिलहाल तो इस शादी की चर्चा सभी के जबान पर कायम है। सभी इस बात को जान बेहद हैरत में है कि अब जाकर दोनों का मिलन हो गया।