अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद सबसे बुरे हालात इस समय काबुल में हैं। लोग बड़ी संख्या में देश छोड़ना चाहते हैं। हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल है। काबुल एयरपोर्ट के बाहर हजारों लोगों की भीड़ है, जो कम नहीं हो रही है बल्कि बढ़ती ही जा रही है। लगातार देश छोड़ रहे नागरिकों को रोकने का फैसला तालिबान बना चुका है। इस बीच जानकरी सामने आ रही है कि अफगान नागिरकों को तालिबान एयरपोर्ट आने अब नहीं दे रहा है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उन्होंने एयरपोर्ट तक जाने वाली सड़कें ब्लॉक कर दी हैं। अफगान अब एयरपोर्ट तक नहीं जा पाएंगे। सिर्फ विदेशी नागरिकों को ही उस सड़क से एयरपोर्ट तक जाने की इजाजत होगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा है कि ‘एयरपोर्ट तक जाने वाली सड़कें उन्होंने ब्लॉक कर दी हैं।
कोई भी अफगानी नागरिक अब एयरपोर्ट तक नहीं जा पाएगा। सड़क मार्ग से एयरपोर्ट तक सिर्फ अब विदेशी नागरिकों को ही जाने की इजाजत होगी। तालिबानी प्रवक्ता ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों में काबुल एयरपोर्ट पर जो अफगान नागरिक जुटे हैं, उन्हें घर लौट आना चाहिए। इन लोगों को तालिबान की तरफ से कोई सजा नहीं दी जाएगी। गौरतलब है कि अमेरिका को 31 अगस्त तक अफगानिस्तान छोड़ने की धमकी तालिबान दे चुका है, जिसके बाद से अचानक बड़ी संख्या में अफगान नागरिक काबुल एयरपोर्ट पहुंच रहे हैं।
जबीउल्लाह मुजाहिद ने साफ़ कर दिया है कि अब हम अफगान नागरिकों को देश से बाहर ले जाने की अनुमति नहीं देंगे। लगातार देश छोड़ रहे नागरिकों को देखकर हम खुश नहीं हैं। देश छोड़कर डॉक्टरों और अकादमिकों को नहीं जाना चाहिए। उन्हें अपने क्षेत्र में काम करना चाहिए। तालिबान के कब्जे के बाद महिलाएं, बच्चे और पढ़े-लिखे लोग बड़ी संख्या में देश छोड़ रहे हैं।