एक रिपोर्ट के मुताबिक माली में सैनिकों ने राष्ट्रपति इब्राहिम बाउबकर कीता और प्रधान मंत्री बाउबो सिसे को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। जानकारी मिली है कि दोनों नेताओं को राजधानी बामाको में कीटा के निवास से हिरासत में लिया गया है। हालांकि अभी इस बात की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है।
इधर राष्ट्रपति इब्राहिम बाउबकर कीता के विरोध में बड़ी संख्या में लोग राजधानी बमाको की चौक पर इकठ्ठा हुए हैं और सरकार विरोधी नारे लगाने लगे। हालंकि कई अंतरराष्ट्रीय संस्थानों ने वहां के विद्रोहियों से हिंसा त्यागने की अपील की है। विदेशी दूतावासों ने अपने लोगों को घरों में ही रहने की हिदायत दी है।
अमेरिका ने की निंदा
बता दें कि राष्ट्रपति कीता के खिलाफ भ्रष्टाचार और खराब सुरक्षा व्यवस्था के आरोपों को लेकर जून से ही देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। जनता उनके इस्तीफे की मांग कर रही है। अमेरिका, फ्रांस और पश्चिम अफ्रीकी देशों ने इस सैन्य विद्रोह की निंदा की है। गौरतलब है कि काती सैन्य अड्डे पर 2012 में भी विद्रोह हुआ था। तब विद्रोह सैनिकों ने तत्कालीन राष्ट्रपति अमडोउ तौमानी टौरे का तख्ता पलट दिया था।
एक क्षेत्रीय अधिकारी ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को बंदी बनाए जाने की पुष्टि की। गौरतलब है कि पिछले तख्तापलट के बाद से ही माली में इस्लामी चरमपंथ बढ़ गया है। संयुक्त राष्ट्र और फ्रांस की ओर से हालात को काबू में करने की कोशिश की गई, लेकिन आभी तक कोई फायदा नहीं हुआ और स्थिति जस की तस बनी है।