इस मंदिर में क्या खास है जो नागपंचमी के ही दिन खुलते हैं इस मंदिर के दरवाज

हिन्दू धर्म में तो हर पूजा धूम धाम से मनाया जाता है ये कभी पुरनी परंपरा है जो लोग मानते है। नागों की मंदिर तो बहुत सरे है लेकिन क्या आपको पता है की एक ऐसा ही नागों की मंदिर है जो एक साल में एक ही बार खुलता है तो इस मंदिर में क्या खास है .

  •  लगभग इस मंदिर का निर्माण 1050 ईस्वी में  करवाया था और शेष समय उनके सम्मान में परंपरा के अनुसार मंदिर बंद रहता है. इस मंदिर में दर्शन करने के बाद व्यक्ति किसी भी तरह के सर्पदोष से मुक्त हो जाता है, इसलिए नागपंचमी के दिन खुलने वाले इस मंदिर के बाहर भक्तों की लंबी कतार लगी रहती है.
  • दर्शन के लिए एक दिन पहले ही रात 12 बजे मंदिर के पट खोल दिए जाते हैं. दूसरे दिन नागपंचमी को रात 12 बजे मंदिर में फिर आरती होती है और मंदिर के पट पुनः बंद कर दिए जाते हैं.

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