कोरोना काल के दौरान दूसरे राज्यों से आने वालों को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास लगभग सभी राज्यों ने किया। लेकिन प. बंगाल सरकार ने अपने यहां लौटे पेशेवर लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जो उपाय अपनाए वह काबिले तारीफ है। यहां ‘कर्म भूमि’ ऐप के माध्यम से 8,000 सूचना प्रोद्यौगिकी पेशेवरों को रोजगार मुहैया कराया गया है। यह जानकारी राज्य के सूचना प्रोद्यौगिकी विभाग के एक अधिकारी ने दी है।
राज्य के आईटी विभाग ने देश के अन्य स्थानों से प. बंगाल लौटे पेशेवरों को रोजगार ढूंढने में सहायता करने के लिए ‘कर्म भूमि’ ऐप बनाया है। आईटी पेशेवर इस ऐप के माध्यम से सीमिति समय के लिए राज्य में रोजगार हासिल कर सकते हैं। प. बंगाल के आईटी विभाग के संयुक्त सचिव संजय दास ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद बड़ी संख्या में देश के विभिन्न हिस्सों से राज्य में लौट आए आईटी पेशेवर हैं।
बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की तरफ से आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए दास ने कहा कि सरकार का मानना है कि यह प्रतिभाओं के इस्तेमाल का अच्छा मौका है। इसी मकसद से हमने ‘कर्म भूमि’ ऐप शुरू किया है और अब तक करीब 41,000 पेशेवरों तथा 400 नियोक्ताओं ने खुद को इस ऐप पर लिस्टिंग किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस ऐप के माध्यम से राज्य में 8,000 से अधिक आईटी पेशेवरों को नौकरियां मिली हैं।