अब जब कोरोना वैक्सीन बनकर तैयार हो चुकी है..टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है..हम कोरोना को अधमरा करने के अपने लक्ष्य के बेहद करीब पहुंच चुके हैं, तो यही लोग आज कोरोना वैक्सीन लगवाने से गुरेज कर रहे हैं। किसी के दिल में कोरोना वैक्सीन को लेकर खौफ आ चुका है तो किसी के दिल में यह आत्मविश्वास बस चुका है कि कोरोन उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अमेरिका में हुए एक सर्वे के मुताबिक, 59 फीसद लोगों ने कोरोना वैक्सीन लगाने से महज इसलिए इनकार कर दिया, चूंकि उनका कहना था कि सितंबर माह के बाद से लगातार संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें अपनी कुव्वत पर पूरा एतबार है कि कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।
सर्वे में हुआ ऐसा खुलासा
उधर , कुछ लोग ऐसे भी सामने आए, जिन्होंंने कोरोना वैक्सीन के साइडी इफेक्ट का हवाला देते हुए वैक्सीन लगवाने से साफ इनकार कर दिया। वहीं, अमेरेिका के वर्जीनिया शहर में कोरोना वैक्सीन को लेकर एक सर्वे किया गया, जिसमें यह पता चला कि 59 फीसद लोगों ने कहा कि वे कोरोना वैक्सीन लगवाने को तैयार हैं। 18 फीसद लोगों ने कोई जवाब नहीं दिया और 22 फीसद लोगों ने साफ इनकार कर दिया कि वो कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएंगे।
भारत में भी डर रहे लोग
इसके साथ ही भारत में भी एक ऐसा ही सर्वे किया गया, जिसमें कोरोना वैक्सीन लगवाने को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ। यह सर्वे 18 हजार लोगों पर किया गया है। जिसमें से 69 फीसद लोगों ने यह कहकर कोरोना वैक्सीन लगवाने से साफ इनकार कर दिया कि उन्हें वैक्सीन लगवाने की कोई जरूरत नहीं है। वहीं, अमेरिका के अलास्का के शहर में दो लोग ऐसे भी सामने आए, जिन्होंने दो फाइजर वैक्सीन लगवाने के तुरंत बाद तबियत खराब होने की बात कही है। अब ऐसी स्थिति में यह तो पूरी तरह से साफ है कि अभी लोगों में कोरोन वैक्सीन को लेकर विश्वास पैदा नहीं हुआ है। अब ऐसे में आगे क्या उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।