उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में सभी सियासी दलों के नेता जुटे हुए हैं। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता कुछ अलग ही अंदाज में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। जनसंपर्क अभियान के दौरान कभी नंदी किसी दुकान में जलेबी बनाने लगते हैं तो कभी कचौड़ी- पकौड़ी छानते हुए दिखाई देते हैं। चुनाव प्रचार के दौरान नंदी शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क के पास पहुंचे, जहां उन्होंने के चाय के ठेले पर खुद चाय बनाकर मौके पर मौजूद लोगों को पिलाई। इस दौरान उन्होंने बताया कि, कुछ समय पहले तक वो खुद अपना चाय, समोसा और कचौड़ी का ठेला लगाते थे। नंदी ने कहा कि, वो आम व्यवासायी की दर्द और परेशानी को अच्छी तरह से जानते हैं।
कैबिनेट मंत्री ने इस दौरान लोगों को परेशानी भी सुनी। उन्होंने शहर के मीरापुर और आसपास के क्षेत्रों का भ्रमण भी किया। नंदी का कहना है कि, वो चाय बेचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नकल नहीं कर रहे हैं। ज्ञात हो कि, नंद गोपाल गुप्ता ने अपनी राजनीतिक की शुरुआत बसपा से की थी। इलाहाबाद साउथ से साल 2007 में वह बसपा विधायक बने थे। वहीं 2012 के चुनाव में वह समाजवादी पार्टी के हाजी परवेज अहमद टंकी से सिर्फ 400 वोटों से हार गए। इसके बाद बसपा प्रमुख मायावती ने नंदी को और उनकी पत्नी दोनों को पार्टी से निकाल दिया था, जिसके बाद वो कांग्रेस में शामिल हुए।
नंदी ने 2014 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना। वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में नंदी को बीजेपी ने प्रयागराज शहर दक्षिणी से कैंडिडेट बनाया था। इन चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की है, जिसके बाद वो योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बने।