इज़राइल के साथ डील करने के लिए सरकार तैयार है, अधिग्रहण के ड्राफ्ट को बीते हफ्ते सुरक्षा मामले के कैबिनेट कमेटी के सामने रखा गया था। जिसके बाद यह दूसरी बार है जब ड्राफ्ट CCS तक पहुंचा है। पिछले बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) चीफ अजीत डोभाल को CCS ने प्रस्ताव वापस भेजकर कुछ और स्पष्टीकरण मांगे थे। PHALCON रडार की कीमत (cost) लगभग सौ करोड़ डॉलर है।
इसके प्लेटफार्म की कीमत भी करीब सौ करोड़ डॉलर है। इज़राइल में में ही इसके रडार और प्लेटफॉर्म को तैयार किया जाएगा। भारत में फुल सिस्टम को आने में अभी लगभग दो से तीन वर्ष लगेंगे। बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद जब पाकिस्तानी वायु सेना अपने वायु क्षेत्र में किसी घुसपैठ को जानकारी लेने के लिए दो स्वीडिश निर्मित AWACS के साथ चक्कर लगा रहा था। उस वक़्त भारत को इसकी कमी महसूस हुई थी। जिसकी वजह से उस दौरान एक्शन के वक़्त भी संसाधनों की कमी के कारण भारतीय वायुसेना खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही थी।
इस बीच पूर्वी लद्दाख चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद के वक़्त भले ही दोनों पक्ष बातचीत के जरिए ही विवाद को सुलझाना चाहते हैं लेकिन संसाधनों की कमी महसूस की जा रही है। भारतीय सेना को अपने बटालियन कमांडरों के लिए 200 सामरिक ड्रोन भी जल्द मिल सकते हैं। जिससे युद्ध थियेटर पारदर्शी हो। इस ड्रोन को DRDO के की मदद से स्थानीय रूप से विकसित किया गया है। जिसका परीक्षण किया जा चुका है।