बताया जा रहा है कि इन मरीजों की कोरोना रिपोर्ट दो बार निगेटिव आई थी. जिसके बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. ऐसे में जब रमजान का महीना शुरू हुआ तो इन लोगों ने दूसरे संक्रमित मरीजों की जान बचाने का फैसला किया, और अपना रक्तदान किया है. जानकारी के मुताबिक सोमवार के दिन ही तबलीगी जमातियों ने आईएलबीएस अस्पताल में अपना प्लाज्मा दान किया है. बताया जा रहा है कि सोमवार के दिन करीब 8 लोगों ने प्लाज्मा दान किया है. इस समय दिल्ली के तीन अस्पताल एम्स, मैक्स और लोकनायक में प्लाज्मा तकनीक पर काम किया जा रहा है. जिनमें करीब 10 लोगों पर ये उपाय आजमाया जा रहा है.
आपको बता दें कि अस्पताल से मिली छुट्टी के बाद अपने सालगिरह के खास मौके पर दिल्ली के रहने वाले अनुज शर्मा ने भी अपना प्लाज्मा दान किया है. इस बारे में बात करते हुए अनुज शर्मा ने बताया कि प्लाज्मा दान करने में उन्हें करीब 45 मिनट का समय लगा था. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यदि प्लाज्मा दान से किसी की जान बच सकती है तो हमें ये जरूर करना चाहिए. इसके साथ ही अनुज शर्मा ने लोगों से भी आग्रह किया है कि जो लोग संक्रमण को हरा चुके हैं वो अपना प्लाज्मा दूसरे मरीजों को बचाने में दान करें.