मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कई जिलों में मानसून आफत बनकर बरस रहा है। इस वजह से नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। भारी बारिश की वजह से सिंध नदी (Sindh River) का जल स्तर काफी बढ़ा हुआ था लेकिन रविवार को जब नदी का पानी कुछ कम हुआ तो अशोक नगर के पंचावली गांव की मानों लॉटरी निकल आई। गांव वालों को नदी का पानी कम होने के बाद चांदी के सिक्के (Silver Coins) मिले। इसके खबर गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई, जिसके बाद बड़ी संख्या में गांव वाले नदी किनारे पहुंचने लगे और सिक्कों की तलाश शुरू कर दी।
तीन दिन से हो रही भारी बारिश की वजह से सिंध नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही थी। रविवार के दिन जब नदी का पानी कम होना शुरू हुआ तो गांव वालों को नदी के किनारे कुछ चांदी के सिक्के मिले। जो दिखने में काफी खास और पुराने नजर आ रहे हैं। इन सिक्कों पर हुकूमत छाप है। शुरुआत में तो गांव वालों को दो सिक्के चांदी के मिले लेकिन इसके बाद जब गांव वालों ने नदी में सिक्कों की तलाश की तो सात से आठ सिक्के उन्हें और मिल गए, जिसके बाद गांव वालों को यकीन हो गया कि नदी साथ कहीं से खजाना बहकर आ गया है। यह खबर में जैसी ही फैली तो बड़ी संख्या में गांव वाले नदी किनारे पहुंच गए और खजाने की तलाश शुरू कर दी।
इस मामले को लेकर जब कोलारस एसडीपीओ से मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें भी मामले की जानकारी हुई है। मामले की जांच के लिए थाना प्रभारी को मौके पर भेजा गया है लेकिन अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि यह सिक्के आए कहा से हैं। वहीं लोगों का मानना यही कि यह सिक्के किसी घर में छुपाकर रखें गए हों लेकिन बाढ़ की वजह से जब घर बह गया होगा तो उसमे सिक्के भी बहकर आ गए होंगे। वहीं कुछ लोग इसे धार्मिक आस्था से जोड़ रहे हैं।