सरकार के द्वारा लाए गए नए कृषि कानून का विरोध दिल्ली की सरहद पर किसान लगातार कर रहे हैं लेकिन अब ऐसे पाकिस्तान के पंजाब के किसान भी किसानों के समर्थन में आ गए हैं! दरअसल किसानों के जज्बात को जोड़कर वहां पर गीत लिखे जा रहे हैं जोकि सोशल मीडिया पर काफी हिट हो रहे हैं! दरअसल साल 1947 में देश के विभाजन के बाद से भारत वाले हिस्से को चढ़दा पंजाब (सूर्योदय वाला) और पाकिस्तान वाले पंजाब को लेंहदा पंजाब (सूर्यास्त वाला) कहा जाने जाता है!
अब ऐसे में पाकिस्तानी कलाकार पंजाब के किसानों का गीत गाकर समर्थन कर रहे हैं इसी में पार्क कलाकार विकार भिंडर का गीत दिल्ली मोर्चा किसानी दर्द पर केंद्रित है! इस गाने का अर्थ है कि पंजाब के किसानों के दिल्ली में डेरे लगा दिए हैं किसान बेकार नहीं रहता यह बात दिल्ली अच्छी तरीके से समझ ले! ध-रने पर बैठे हुए पंजाबियों ने सड़कों पर डिवाइडर पर फसलें होती है यह पंजाब की वह कौन है जो ना किसी के साथ जबरदस्ती करती है अपने साथ जबरदस्ती होने देती है यह कौन तो सांप के फन पर पैर रखकर खेतों की सिंचाई करती है!
वहीं दूसरी ओर शहजाद सिद्ध का गाना पंजाब के बोल में बंटवारे एवं किसान का दर्द दोनों छिपा हुआ है यह गाना है कि 1947 का बंटवारा हम पंजाबियों की हड्डियों में दर्द बनकर दबा है हमें बंटवारे की जो बात बताई गई वह हसरत बन कर निकल रही है अभी तो पहले का यह दर्द ही नहीं गया और किसानी वाला मुद्दा लगाकर नया दर्द दे दिया! चढ़ता पंजाब लेंहदा पंजाब को आवाज दे रहा है दुनिया कह रही है सोए शेर को जगा दिया!