इस बीच चीन राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिकों को युद्ध की तैयारी पर अपना दिमाग और ऊर्जा लगाने के लिए कहा है। चीनी राष्ट्रपति ने सेना से आह्वान किया है कि, सेना के जवान अब हाई अलर्ट पर रहें और वो अपने दिमाग को अब युद्ध की तैयारियों में लगाए। यह सब राष्ट्रपति ने तब कहा जब वो शी गुआंगडोंग में शेनझेन विशेष आर्थिक क्षेत्र की 40वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भाषण दे रहे थे। जिनपिंग की यह टिप्पणी ऐसे वक़्त आई है जब भारत, अमेरिका के साथ उसका तनाव काफी बढ़ा हुआ है।
भारतीय सेना के जवानों के साथ इससे पहले चीनी सैनिकों झड़प दो बार हो चुकी हैं। सीमा पर युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। इस बीच जिनपिंग ने 13 अक्तूबर को चाओझोउ में पीएलए की नेवी मरीन कॉर्प्स का भी निरीक्षण किया है। भारत ने भी चीन को सीमा पर चल रहे तनाव के बीच उसे उसकी ही भाषा में जवाब देने की तैयारी कर ली है। भारत चीन को व्यापार हो, कूटनीति हो या फिर सैन्य आक्रामकता उसे भारत जवाब एक कदम आगे बढ़कर ही देगा। गौरतलब है कि चीन इन दिनों चाहता है कि हांगकांग मसले पर भारत उसे वन चाइना पॉलिसी’ पर आश्वासन दे।
अमेरिका ने जब ताइवान का समर्थन किया तो भारत ने भी अमेरिका का साथ दिया। लेकिन यह सब चीन को पसंद नहीं आया। भारत के इस रुख से साफ़ हो गया कि, चीन को भी भारत की संवेदनशीलता का भी ध्यान रखना होगा। चीन युद्ध की तैयारी भले ही कर रहा हो लेकिन वो भारत से या फिर ताइवान से युद्ध नहीं करेगा क्योंकि भारत अब चीन को जवाब देने के तैयार है। वहीं अगर वो युद्ध करता भी है तो उसे अमेरिका से भी दो-दो हाथ करने पड़ेगे और इस वक़्त ऐसा करने की वो गलती नहीं करेगा।