देश के कई राज्यों में भीषण बारिश (Heavy rain) से बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है, नदियां उफान पर हैं। बादल फटने से जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के किश्तवाड़ में बुधवार को भारी तबाही हुई है। अब तक 7 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं तो कम से कम 19 अब भी लापता हैं। एक दर्जन से अधिक घर भी प्राकृतिक आपदा (natural calamity) की भेंट चढ़ गए हैं। किश्तवाड़ जिले के एक गांव होनजार में बुधवार तड़के बादल फटने की घटना में कई घर बह गए। अचानक भारी बारिश की वजह से मालु नाले में आई बाढ़ 15-16 घरों को बहा ले गई। 17 लोग घायल है, जिनमें 7 की हालत गम्भीर है। इनमें तीन महिलाएं और 4 पुरुष हैं। मौके पर 17 राष्ट्रीय राइफल्स के जवान और अधिकारी भी राहत और बचाव के काम में जुटे हुए हैं।
सुबह 10:30 बजे ही सेना के अधिकारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए थे। इसके बाद से लगातार अभियान जारी है। 17 आरआर के एक अधिकारी ने बताया कि प्रभावित लोगों के लिए खाना, सूखा राशन, दवाइयों आदि की व्यवस्था की गई है। वहीं एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दाचन तहसील के होनजार गांव में सुबह करीब साढ़े चार बजे बादल फटने की घटना हुई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिंह और पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह से बात की और स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की है।
अधिकारियों ने बताया कि जिले के मैचर, पद्दार और बंजवाह में भी बाढ़ आई है। किश्तवाड़ के जिला विकास आयुक्त ने बताया कि सुदूर लोम्बार्ड क्षेत्र में रात को बादल फटने की दो और घटनाएं हुईं लेकिन वहां किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। लगातार बारिश को देखते हुए पद्दार क्षेत्र से करीब 60 परिवरों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय प्रशासन, एसडीआरएफ और सेना मौके पर राहत व बचाव के काम में जुटी हुई है। सेना की 17 राष्ट्रीय राइफल्स की टीम मदद में जुटी हुई है।