पिछले कुछ समय में बीजेपी में कई ब्यूरोक्रेट्स शामिल हुए हैं। जो केंद्र सरकार की कैबिनेट से लेकर संसद और उतर प्रदेश विधानसभा तक में रिटायरमेंट या फिर VRS के बाद आये हैं। गुजरात कैडर के पूर्व IAS अरविंद शर्मा मुलत: मऊ के ही निवासी है। वर्ष 2001 से 2013 तक नरेंद्र मोदी जब गुजरात के सीएम थे तब वो सीएम ऑफिस में ही कार्यरत रहे थे।
इसके बाद जब मोदी पीएम बने तो अरविंद शर्मा पीएमओ में संयुक्त सचिव बने। उनकी नौकरी के अभी लगभग दो वर्ष बचे थे लेकिन उन्होंने सोमवार को VRS ले लिया और आज बीजेपी में शामिल हो गए। उन्हें लेकर इस बात की भी चर्चा है कि, उन्हें यूपी में एमएलसी बनाया जा सकता है और सरकार में बड़ी भूमिका दी जा सकती है।
वहीं विधान परिषद में भी सभपति के चुनाव होना है। इस बीच सभी दलों की नज़रे समाजवादी पार्टी पर टिकी हुई है कि, वो किसे और कितनी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारती है। विधान परिषद के सभापति रमेश यादव सपा कोटे से ही बने थे, जिनका कार्यकाल तीस जनवरी को पूरा हो रहा है। ऐसे में अब अन्य सभापति को लेकर सवाल उठ रहे हैं।