ज्ञात हो कि एक तरफ जहां रूस ने वैक्सीन बनाने का दावा किया है वहीं अमेरिकी संस्था सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) ने जन स्वास्थ्य से जुड़ी एजेंसियों को जानकारी दी है कि वह अक्टूबर—नवंबर तक दो वैक्सीन तैयार कर ले जाएगा। बीते सप्ताह सीडीसी की ओर से जन स्वास्थ्य से जुड़ी संस्थाओं को भेजे गए दस्तावेजों में वैक्सीन को ‘ए’ और ‘बी’ नाम दिया है। इसमें इस वैक्सीन से जुड़ी जरूरी अहम जानकारियों को शामिल किया गया है।
जानकारी के मुताबिक अमेरिका में एस्ट्राजेनेका की तरफ से तैयार की जा रही कोरोना वैक्सीन का ट्रायल तीसरे चरण में है। कंपनी के अनुसार अमेरिका में करीब 80 स्थानों पर लगभग 30 हजार स्वयंसेवकों पर इसका परीक्षण जारी है। बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह एलान करते हुए कहा था कि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन परीक्षण के तीसरे चरण में है और वह उन वैक्सीन्स की सूची में आ गई है, जिसका प्रयोग बहुत जल्द कोरोना के इलाज में किया जाएगा। इतना ही नहीं इसी महीने के अंत तक इसके बाजार में आने की उम्मीद की जा रही है।