इस बीच उगाही के पैंसे का बंटवारे करते हुए और झगड़ करते हुए क्राइम ब्रांच की इस स्पेशल विंग का एक साथ कई वीडियो वायरल हो गये हैं। जिसके बाद यूपी की खाकी को एक बार फिर शर्मशार होना पड़ा और खाकी में खलबली मची है। वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि क्राइम ब्रांच का इतिहास काफी रंगीन रहा है। लेडी सट्टा माफिया राबिया अख्तर से साठगांठ को लेकर बीते दिनों क्राइम ब्रांच के सिपाही तैयब अली, रवि प्रताप सिंह और पुष्पेंद्र का डीआईजी रेंज राजेश पांडेय ने गैर जनपद में ट्रांसफर कर दिया था। इतना ही नहीं इन पुलिस वालों के प्रॉपर्टी की भी जांच कराई जा रही है। लेकिन अब क्राइम ब्रांच में भ्रष्टाचार के वीडियो वायरल होने के बाद भ्रष्टाचार का बम फूट गया है।
सटोरियों से लेकर शराब तस्करों, खनन माफिया, पशु तस्करों के पुलिसिया गठजोड़ के वीडियो सामने आये हैं। जिसमें हिस्से के बंटवारे को लेकर पुलिस वाले झगड़ रहे हैं। मामले जानकारी देते हुए एसएसपी ने बताया कि क्राइम ब्रांच के रिश्वत के रुपये बांटे जाने के वीडियो संज्ञान में आये हैं। एसपी क्राइम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी। भ्रष्टाचार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सालों पहले ट्रांसफर होने के बाद भी दरोगा क्राइम ब्रांच में टिके हैं। निचले अफसरों से सांठगांठ कर रिलीव होने से बच जाते हैं। री-पोस्टिंग से लेकर घूम फिर कर बार-बार क्राइम ब्रांच एसओजी में अपनी पोस्टिंग कराते हैं।