एक बार फिर यूपी पुलिस के कार्यशैली पर सवाल उठने लगे। दो जुलाई को आठ पुलिस वालों की हत्या के आरोपी विकास को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही थी। विकास के गुर्गों का लगातार एनकाउंटर कर रही थी,लेकिन मास्टर माइंड विकास पुलिस के हाथ नहीं लगा।
इधर पुलिस उसे उत्तर प्रदेश में ढूढ़ रही थी उधर उसने मध्य प्रदेश पहुंच कर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। यहां सवाल यह उठ रहा है कि दो दिन पहले फरीदाबाद में दिखने वाला विकास दुबे आखिर मध्यप्रदेश के उज्जैन कैसे पहुंच गया। वहां कौन उसकी मदद कर रहा था? फरीदाबाद से उज्जैन तक विकास किसकी मदद से पहुंचा।
पहले ही बुला गयी थी मीडिया
वहां किसके साथ रुका और आज यानी गुरुवार की सुबह वह महाकालेश्वर मंदिर पहुंचा और 09.55 मिनट पर उसने अपना नाम चिल्लाया। इतना ही नहीं मौके पर स्थानीय मीडिया को पहले से ही बुला लिया गया था। बताया तो यह भी जा रहा है कि विकास ने अपने सरेंडर की सूचना स्थानीय पुलिस को भी दी थी जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।