अभी हाल ही में कांग्रेस के महाराष्ट्र में महासचिव विश्वबन्धु राय ने अध्यक्ष सोनिया गाँधी को एक पत्र लिखा जिसमे वो इस गठबंधन के एक तरह से खिलाफ ही नजर आये. उन्होंने कहा कि एक साल में कांग्रेस सिर्फ इस राज्य में एक सहयोगी दल के रूप में रह गयी है और सरकार सिर्फ एनसीपी व शिवसेना वाले ही चला रहे है. एनसीपी कांग्रेस पार्टी को दीमक की तरह कमजोर कर रही है और पार्टी की हालत काफी ज्यादा खराब होती जा रही है.
कांग्रेस के मंत्री, विभाग आदि तो जनता को मालूम ही नही है और न ही जमीनी स्तर पर संगठन के लोग भी नजर आते है.
हमारे सहयोगी दल एक सोची समझी रणनीति के तहत खुदको आगे बढाने का काम कर रहे है और हमें अन्दर ही अन्दर से कमजोर करते जा रहे है. आगे विश्वबंधु राय ने सोनिया गांधी को इस मामले में एनसीपी और शिवसेना को हिदायत देने और कुछ कदम उठाने के लिए कहा है.
यानी एक साल सरकार चलने के बाद में अब कांग्रेस को इतना समझ में आ गया है कि उसका तो सिर्फ और सिर्फ इस्तेमाल ही हो रहा है और वो बस एक मामूली सहयोगी दल बनकर के रह गयी है जिसके कारण उसकी छवि छोटे दल के रूप में पनप रही है.