हमारे भारत में सुहागरात के दिन दुल्हन अपने दूल्हे को दूध पिलाती है इसके पीछे दो कारण हैं, पहला कारण यह है के ये परंपरा के पालन के लिए किया जाता है और इसका दूसरा वैज्ञानिक कारण भी है. पति-पत्नी का विवाह सूत्र में बंधना एक पवित्र बंधन माना जाता है. और सुहागरात के दिन दुल्हन अपने दूल्हे को दूध में केसर और बादाम डालकर इसलिए देती है, क्योंकि दूध केसर और बादाम भी पवित्र माने जाते हैं इसलिए वह अपने नए जीवन की शुरुआत के पहले पवित्र खाद्य पदार्थों के द्वारा शुरुआत करनी होती है. भले ही लोग इसको एक पवित्र परंपरा मान कर उस का पालन करते हैं लेकिन इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है जो स्वास्थ और सेहत की दृष्टि से बहुत ही लाभकारी है.
आयुर्वेद के अनुसार दूध में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कामोत्तेजना को बढ़ाते हैं दूध में शरीर की थकावट को दूर करने की और थकी हुई नसों को बल देने की अद्भुत क्षमता होती है इसलिए लोग दूध को एक कामोत्तेजक पर के रूप में देखते हैं इस कारण से भी सुहागरात में दुल्हन द्वारा दूल्हे को दूध पिलाया जाता है जो शरीर को पौष्टिकता और उत्तेजना देता है.