जीवन में समय कभी एक जैसा नहीं रहता है। सुख-दुख आते रहते है। समय खराब होता है या कुछ भी व्यक्ति की सोच के अनुकूल नहीं होता है। तो वो काफी निराश हो जाता है। मन में कई तरह के सवाल उठने लगते हैं। ऐसा क्यों हो रहा है। वहीं हस्तरेखा शास्त्र में समझ जिन्हे होती है। वो अपनी हथेलियों की रेखाओं (Palm Lines) को देखकर समझ सकते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है। प्रत्येक व्यक्ति की हथेली में भिन्न-भिन्न रेखाएं होती हैं। हथेली में हृदय, मस्तिष्क और जीवन रेखा होती है। वहीं लोगों में हथेली में एक और रेखा भी होती है, जिससे भाग्य रेखा भी कहते हैं। इसे देखकर उसके भविष्य को जाना जा सकता है।
हस्तरेखा शास्त्र का अगर आप थोड़ा ज्ञान रखेंगे तो आप जान सकते हैं कि आपकी किस्मत आपका कितना साथ देगी। आपका भविष्य कैसा होगा और आपकी आर्थिक स्थिति कैसे रहेगी। आप धन कमाएंगे लेकिन क्या उसे बचा सकते हैं। इस बारे में आप हाथों की लकीरों को पढ़कर जान सकते हैं। वहीं हथेलियों के पर्वत व्यक्ति के भाव के बारे में बताते हैं।
धन की रेखा
सबसे छोटी उंगली के नीचे सीधी रेखा और रिंग फिंगर के नीचे जो रेखा होती है। उसे धन रखा कहते हैं। जो व्यक्ति की आर्थिक स्थिति के बारे बताती है।
हृदय रेखा
हथेली के बीच से एक भाग्य से दूसरे भाग तक लेती हुई रेखा को भाग्य रखा कहा जाता है। अगर यह रेखा थोड़ा लहराते हुए चलती है तो वो व्यक्ति दिल की बीमारी से पीड़ित रहता है। वहीं सीधी है वो शुभ मानी जाती है।
मस्तिष्क रेखा
तर्जनी उंगली के नीचे से शुरू होकर यह रेखा हथेली से होते हुए बाहर किनारे की तरफ आती है। जो ज्यादातर जीवन रेखा से जुड़ती है। इस देखा को देखकर जाना जा सकता है कि व्यक्ति में कुछ सीखने की शैली है या नहीं। उसके ज्ञान और उसकी बौद्धिकता का भी पता चलता है।
भाग्य रेखा
हथेली के नीचे का स्थान को मणिबंध कहते हैं। यहां से निकलने वाली रेखा माध्यम मिडिल फिंगर के पास जाती है उसे भाग्य रखा कहते हैं, जिस व्यक्ति के हाथ में यह रेखा एक दम साफ़ दिखती है उस व्यक्ति को बहुत भाग्यशाली कहा जाता है। भाग्यरेखा देखकर जाना जा सकता है कि व्यक्ति का भाग्य तेज है या सामान्य।