इंग्लैंड की पेंडेमिक इंटेंसिव केयर सोसायटी के वैज्ञानिकों ने एक बयान जारी किया है। जिसमें वैज्ञानिकों ने बताया कि पिछले तीन हफ्तों से लंदन और यूके के कई क्षेत्रों में बच्चों में खास तरह केल लक्षण देखने को मिल रहे है। जो कोरोना वायरस तो नहीं है लेकिन लक्षण कोरोना वायरस जैसे ही किसी खतरनाक बीमारी के है।
यूके में बच्चों में उभरने वाला एक SARS-CoV-2 संबंधित सिंड्रोम पाया जा रहा है। जो आगे चलकर एक खतरनाक महामारी का रूप ले सकता है। इस वायरस की वजह से बच्चों के होंठ नीले पड़ रहे है और शरीर पीला पड़ रहा है लेकिन जब इन बच्चों की कोरोना जांच की गई। तब उनकी रिपोर्ट पोजिटिव आई थी लेकिन इनमें कोरोना के एक भी लक्षण देखे मिली। जिस वजह से वैज्ञानिक भी चिंतित है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इन बच्चों की रिपोर्ट्स कोरोना वायरस से मिलती जुलती है लेकिन ये कोरोना वायरस है या नही। ये कहना अभी काफी मुश्किल है। जिस वजह से इस वायरस पर भी अब जांच की जा रही है। खतरे की बात ये है कि इस बात का पता लगाना काफी मुश्किल है कि अगर जिन बच्चों में ऐसे लक्षण है उनमें से कितनी कोरोना वायरस से संक्रमित है और कितनी दूसरे वायरस से संक्रमित है।
ये लक्षण मिले तो तुरंत ले डॉक्टरों की सलाह
1) शरीर का पीला पड़ना, धब्बा या छूने पर असामान्य रूप से ठंडा लगना
2) सांस लेने में दिक्कत
3) सांस लेने की कठिनाई इस कदर बढ़ जाती है कि शरीर काम करना बंद कर दे.
4) होंठ के आसपास नीला निशान
5) शरीर का सुन्न पड़ जाना
6) बहुत ज्यादा परेशान होना (रोने लगना), कंफ्यूज्ड और सुस्त पड़ जाना.
7) शरीर पर चकत्ते पड़ना जो दबाने के बाद भी नहीं जाते हैं
8) कम उम्र के बच्चों में टेस्टीकुलर पेन