चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोनावायरस को पूरी दुनिया से खत्म किया जा सके लेकिन अभी तक कोई खास सफलता प्राप्त नहीं हुई है जिससे दुनिया भर में 30 लाख कोरोना मरीजों का इलाज सही तरीके से हो सके भारत में कोरोना वायरस का टीका तैयार करने में लगे पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अडर पूनावाला ने कहा है कि अगर ट्रायल सफल हो जाता है तो यह टीका इसी साल सितंबर या अक्टूबर तक आ सकता है और इसकी कीमत 1000 रुपये होगी।
इसके आगे अडर पूनावाला ने कहा कि जोखिम लेते हुए कोरोना के टीके के एडवांस परीक्षण से पहले ही इसके उत्पादन की कोशिश करेंगे। ये उत्पादन अगले महीने तक शरू हो जाएगा और जब ट्रायल सफल हो गया तो इसको तुरंत बाजार में उतारा जाएगा। इस टीके को बाजार तक पहुचंने में सितंबर-अक्टूबर तक का समय लग सकता है। इसकी कीमत 1,000 रुपये होगी।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, ‘हम इस वक्त कोविड-19 का टीका बनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और हमने इस टीके पर काम भी शुरू कर दिया है। जिसके लिए हमारे कारखाने में 500-600 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। वही आने वाले 2-3 साल में कोविड-19 का टीका पूरी तरह तैयरा हो जाएगा।
जिसके लिए हम एक नया कारखाना स्थापित कर लेंगे।’ पूनावाला ने बताया कि हम हर महीने 40-50 लाख डोज तैयार करने वाले है लेकिन धीरे-धीरे इसे 1 करोड़ तक ले जाया जाएगा। सिंतबर-अक्टूबर के महीने तक 4 करोड़ डोज का उत्पादन किया जाएगा और फिर दूसरे देशों में भी निर्यात के लिए डोज को तैयार किया जाएगा। गौरतलब है कि सीरम के अलावा कोरोना का टीका बनाने में ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और अमेरिका की बायोटेक कंपनी कोडाजेनिक्स भी लगी हुई हैं।