यह पूरा मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के वनांचल क्षेत्र में पड़ने वाले गांव पीतरडांड का है। 4 अगस्त के दिन गांव में रहने वाली एक गर्भवती महिला को अचानक से लेबर पैन शुरू हो गया था। महिला को दर्द में देख उसके रिश्तेदार और पड़ोसी बहुत परेशान हो गए थे। ऐसे में उन्होने 112 पर कॉल किया। इसके बाद मौके पर पुलिसकर्मी भी आ पहुंचे। उन्होने देखा कि महिला की हालत बहुत नाजुक है। उसे जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाना होगा।
गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाना था मगर रास्ते में एक बड़ा सा नाला अड़चन पैदा कर रहा था। उसकी वजह से महिला घर से निकल नहीं पा रही थी। तब सिपाही सुखदेव उरांव फरिश्ता बन सामने आए। उन्होने एक डंडे एवं रस्सी की सहायता से फटाफट कांवड़ बना लिया। पुलिसकर्मी ने उस गर्भवती महिला को इस कांवड़ में बैठा लिया और खुद उसे उठा नाला पार करवाया। सिपाही द्वारा बनाए गए इस कांवड़ कि वजह से महिला ने बाधा बन रहा वह बड़ा सा नाला भी आसानी से पार कर लिया। इसके बाद महिला को गाड़ी में बैठाकर सुरक्षित हॉस्पिटल ले जाया गया।
सूत्रों के अनुसार फिलहाल महिला की हालत ठीक है। उसका हॉस्पिटल में उपचार किया जा रहा है। जब सोशल मीडिया पर यह मामला सामने आया तो हर कोई सिपाही सुखदेव उरांव के इस नेक काम की तारीफ करने लगा। उन्होने तुरंत यह फैसला लेकर बहुत सही किया। आज उनके कारण महिला स्वस्थ हालत में है। उन्होने अपनी वर्दी की लाज रखी। सहायता और इंसानियत दिखाने में कोई भी कमी नहीं रखी।