आपको बता दें कि दोनों की शादी करीब 8 साल पहले हुई थी, दोनों को 7 साल व पांच साल के दो बच्चे भी हैं. जून में किसी बात पर पति-पत्नी का विवाद हो गया. जिसके बाद पत्नी नाराज होकर मायके चले गई. इसके बाद पति ने अपनी ही मौसी की बेटी से शादी कर ली.
पति ने आरोप लगाते हुए कहा था कि मेरे बच्चों की ऑनलाइन क्लास रहती है और वह लड़कर मुझसे मायके चली गई जिससे मुझे परेशानी होने लगी, इसलिए मैंने दूसरी शादी कर ली और मैं पहली पत्नी को भरण-पोषण भी नहीं देना चाहता हूं। पत्नी का इस पूरे मामले में कहना है कि पति बच्चों की आड़ लेकर बहाना बना रहा है.
पति के चरित्र पर सवाल उठाते हुए उन्होंने उसकी शिकायक फैमिली कोर्ट में की है. पत्नी का आरोप है कि विवाद के बाद ही उसने मुझे घर से निकाला था, बच्चों को भी अपने साथ नहीं ले जाने दिया. जिसके बाद वह गुस्से में मायके गई थी इसलिए की उसे गलती का एहसास हो सके. लेकिन यहां तो सब उल्टा हो गया.
इस मामले में फैमिली कोर्ट के वकील का कहना है कि दोनों पक्षों को बुलाकर बात की गई है. पति ने जो कारण बताए तर्कहीन है. इस मामले में पत्नी तो साथ रहना चाहती है, लेकिन पति उसे नहीं रखना चाहता. दोनों को समझाने की कोशिश जारी है. पत्नी ने अपने भरण पोषण के लिए भी अपील की है. अब देखते हैं कि पत्नी को कोर्ट किस तरह से उनकी मदद करते हैं।