जानकारी के मुताबिक घौलापुर पुलिस ने संयुक्त अभियान में डकैत राकेश डोयला को गिरफ्तार किया। खबर है कि डकैत डोयला पेरोल पर जेल से बाहर आया था तब से वह फरार चल रहा था, तभी 22 मार्च 2020 को उसने अपने आधा दर्जन डकैत साथियों के साथ बसई डॉग क्षेत्र के एक गांव से हथियारों के बल पर एक 16 साल की नाबालिग लड़की को अगवा किया था,जिसे वह अपने साथ जंगल में लेकर चला गया था।
घटना के बाद नाबालिग के भाई ने 24 मार्च 2020 को बसईडांग थाने में अपनी बहन के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस तब से इसकी तलाश में लगी है। नाबालिग के मामले में हाईकोर्ट, जयपुर में हेवियस कॉपर्स की रिट भी लगी हुई है। हाल ही में पुलिस को डकैत राकेश डोयला के बारे में मुखबिर से सूचना मिली तो उसने इसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया और कई पुलिस टीमों के संयुक्त अभियान में उसे धर दबोचा गया। इसी दौरान डकैतों के पास से यह नाबालिग लड़की बरामद हुई। नाबालिग की मांग में सिंदूर भरा था और वह डकैत राकेश डोयला के साथ विवाहिता की तरह रह रही थी।
16 साल की गर्भवती लड़की को जब पुलिस ने बाल कल्याण समिति सदस्य गिरीश गुर्जर के समक्ष पेश किया तो वह एकदम गुमसुम थी। बहुत कुरेदने पर उसने बताया की अपहरण के बाद डकैत राकेश डोयला ने उससे शादी कर ली थी तब से वह विवाहिता की तरह रहने लगी। लड़की ने समिति सदस्य गिरीश गुर्जर से बस इतना ही कहा कि वह माता-पिता के पास वापस नहीं जाना नहीं चाहती क्योंकि अब उसके माता-पिता उसे स्वीकार करेंगे, ऐसे में उसे कहीं और भिजवा दिया जाए। लड़की की बात सुनकर बाल कल्याण समिति के गिरीश गुर्जर ने मेडिकल कराकर फिलहाल उसे चाइल्ड लाइन में रखवाया है। अब इस नाबालिग गर्भवती की डिलीवरी बाल कल्याण समिति की देखरेख में की जाएगी।