आवाज उठाने वालों को ये आश्वासन भी दे दिया जाता है, कि महिला सुरक्षा की दिशा में सख्त कदम उठाए जाएंगे, मगर धरातल की मौजूदा तस्वीर इस आश्वासन से कोसों दूरी बनाती हुई नजर आ रही है। दंरिदों में महिलाओं के प्रति न ही सम्मान बचा रह गया और न ही कानून का खौफ। अब ऐसे में सवाल उठते हैं कि आखिर यहां पर त्रूटि किसमे है, उस समाज में जिसमें वो इंसान पला बढ़ा होता या कानून किताबों में, कि उनमें अब कानून का खौफ तक नहीं बच गया है।
हम ऐसा इसलिए कह कर रहे हैं, चूंकि एक मर्तबा फिर से महिला की आबरू को लूट लिया है। अब एक बार फिर से दंरिदों ने उसे नौंचा। जी हां…. ये ताजा मामला कहीं और का नहीं बल्कि देश के सबसे बड़े सूबों की फेहरिस्ते में शुमार उत्तर प्रदेश के जिला बरेली का है, जहां पर पति की गैर-मौजूदगी में उसके पति के दोस्तों ने ही उसकी पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। ये वाकया गत शुक्रवार का हुआ है। पीड़ित महिला ने इसकी शिकायत करते हुए रविवार को आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। पीड़िता के मुताबिक, उसके पति की गौर-मौजूदगी में चार युवक उसके घर में जबरन घुसे और बंदूक की नोक पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं, इस दौरान दंरिदों ने उसे मारने की कोशिश भी की। उसका गला तक काटने की कोशिश की, मगर जैसे तैसे महिला अपने आपको बचाने में कामयाब हो पाई। इतना ही नहीं, दंरिदों ने महिला को पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराने पर गंभीर परिणाम भुगतने तक की धमकी दी।
वहीं, इसके साथ ही एसएचओ संजय गर्ग ने इस पूरे मामले को लेकर कहा, ‘हमने आईपीसी की धारा 376डी (सामूहिक दुष्कर्म), धारा 452 (नुकसान पहुंचाने के इरादे से घर में जबरन घुसने) और धारा 307 (हत्या का प्रयास करने) के तहत चारों आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। हमने महिला को मेडिकल जांच के लिए भेजा है और रिपोर्ट का इंतजार है। बता दें कि दुष्कर्म के आरोपी उसके पति के परिचित हैं। आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए टीम का गठन किया जा चुका है। बता दें कि महिला का पति जेल में है। मादक पदार्थों के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। वहीं, अपने पति के गिरफ्तारी पर पीड़िता महिला का कहना है कि उसके पति को झूठे आरोपों में फंसाया गया है।