जब किसी भी बच्चे के सर पर माता और पिता का हाथ होता है तो फिर कही न कही वो इंसान निश्चिन्त महसूस करता है और इस बात को तो कही न कही आप भी मानते ही होंगे लेकिन अभी हाल ही में एक ऐसा केस देखने में आया जिसके कारन आपको ऐसा महसूस होगा कि यहाँ पर तो बच्चे के लिए कुछ भी हो नही पाया है और अभी के केस में मामला थोडा सा अलग टाइप का भी नजर में आता है. ये पूरा केस एक बच्चे के इर्द गिर्द घूमता है जिसकी उम्र सिर्फ और सिर्फ 10 वर्ष ही है और वो जूझ रहा है.
अंकित मुजफ्फरपुर का रहने वाला एक छोटा सा बच्चा है जिसकी उम्र सिर्फ 10 साल है और उसे अभी इतना ही पता है कि उसके पिता जेल में है और उसकी माँ ने उसे निकाल दिया है और वो तब से अकेला ही रह रहा है. उसके पास में सोने के लिए फूटपाथ है.
वो कभी सडक पर गुब्बारे बेचता है तो कभी कुछ और काम कर लेते है, ये छोटी मोटी चीजे करके जो भी पैसा उसे मिलता है उससे वो अपना पेट भी भरता है और उसके पास में एक कुत्ता है जिसका नाम डैनी है उसका पेट भी भरता है. दोनों ही बस इस तरह की एक सामान्य सी जिन्दगी बिता रहे है. कही न कही ये बहुत ही अच्छा और शानदार है.
खैर बाकी अब जो भी देखने में आता है वो है पुलिस. उनका कहना है कि वो अभी बच्चे पर नजर रखे हुए है और उसके जीवन के बारे में क्या किया जा सकता है उस पर काम भी कर रहे है. हालांकि भी उसके माता पिता को लेकर के कुछ बड़ा या फिर कुछ ख़ास पता चल नही पाया है जो जल्द ही पता चल जाना चाहिए था.