पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने इस एफआईआर की जानकारी दी है। शक्ति मलिक के परिवार की ओर से दर्ज बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज किया गया है। इसमें बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव, सीएसटी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार साधु पासवान और अररिया के आरजेडी नेता कालू पासवान सहित छह लोगों पर षड्यंत्र के तहत हत्या करने का आरोप है। केहट थाने में एफआईआर दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि आरजेडी के अनुसूचित जाति/जनजाति प्रकोष्ठ के पूर्व सचिव शक्ति मलिक की रविवार सुबह अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। शक्ति मलिक की पत्नी खुशबू देवी ने इस मामले में रविवार शाम तेज प्रताप यादव, तेजस्वी यादव और अनिल कुमार साधु समेत छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया है। परिजनों का आरोप है कि ये लोग काफी दिनों से शक्ति मलिक को जान से मारने की धमकी दे रहे थे।
बिहार में विधानसभा आमचुनाव के दौरान पूर्णिया में राजद के रहे दलित नेता शक्ति मल्लिक की उनके घर में गोली मारकर की गई हत्या व इस पर राजद प्रमुखों पर नामजद प्राथमिकी का चुनाव आयोग को तुरन्त संज्ञान लेकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई व षडयंत्र का पर्दाफाश करना चाहिए वरना हिंसा बढ़ेगी।
— Mayawati (@Mayawati) October 5, 2020
बताते चलें कि रविवार के भोर में करीब 3 बजे शक्ति मलिक के घर में नकाबपोश अपराधियों ने घुसकर उन्हें गोलियों से भून दिया और वहां से फरार हो गए। इस दौरान उनके घर में पत्नी और बच्चे के अलावा उनका ड्राइवर था। आनन-फानन में शक्ति मलिक को सदर अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।