ई-गोपाला ऐप के बारे में खुद प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘यह हमारे मेहनती किसानों के लिए एक व्यापक नस्ल सुधार बाजार और सूचना पोर्टल प्रदान करता है। सरकार की तरफ़ से किसानों के लिए यह एक अभिनव प्रयास है, जिससे पशु पालक किसान लाभान्वित होंगे।’ ई-गोपाला ऐप उन किसानों के लिए भी काफी कारगर साबित होगा जो डेयरी का धंधा करते हैं या फिर पशु उत्पादकता बढ़ाने पर बल देते हैं। पीएम मोदी में एप के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह एप किसानों के लिए प्रत्यक्ष रूप से एक व्यापक नस्ल सुधार बाजार है जिसके मध्यम से किसान पशुओं के बेहतर देखभाल कर सकेंगे और उनके माध्यम से अपनी कमाई बढ़ा सकेंगे।
किसानों को मिलेगा बेहतर मार्गदर्शन
आपको बता दें कि इसके पहले तक देश में कोई भी ऐसा डिजिटल प्लेटफार्म नहीं था जिसके माध्यम से पशुधन का प्रबंधन करने वाले किसानों को बेहतर मार्गदर्शन मिल पता इस एप में सभी रूपों (वीर्य, भ्रूण, आदि) में रोग मुक्त जर्मप्लाज्म की खरीद और बिक्री शामिल है।