पुलिस सूत्रों ने बताया कि एसटीएफ की पूछताछ में जय ने कई अहम खुलासे किए हैं। इतना ही नहीं विकास दुबे की मौत के बाद उसके खजांची को करोड़ों का फायदा हो सकता है। एसटीएफ को ब्रह्मनगर निवासी जय बाजपेई के विकास से जुड़े तारों का पता चला था। पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया कि कभी महज चार हजार की नौकरी करने वाला जय बाजपेई करीब पांच साल में करोड़पति बन गया था। एसटीएफ ने जब जयदेव बाजपेई को अपनी गिरफ्त में लेकर लेकर पूछताछ शुरू की तो परत दर परत स्थिति स्पष्ट होती गई।
वहीं पुलिस पुलिस सूत्र के मुताबिक विकास को आर्थिक रूप से मजबूती देने में जय का अहम रोल सामने आया है। विकास दुबे अपनी काली कमाई का करीब आठ करोड़ रुपया ब्याज पर निवेश के लिए जय को दिया है। इस पैसे को जय ने दुबई, मुंबई, गोवा, दिल्ली और अन्य बड़े शहरों में होटल, प्रॉपर्टी, रेस्टोरेंट और पालतू जानवरों के व्यापार में लगा रखा है। इन व्यवसायों से हर महीने होने वाली लाखों की कमाई का एक हिस्सा करीब 15 से 18 लाख रुपये हर महीने ब्याज के रूप में विकास के पास पहुंचाया जाता था। इसके अलावा विकास के कंधे का इस्तेमाल कर कई विवादित प्रॉपर्टियों पर भी जय ने कब्जा जमा कर उन्हें ऊंचे दामों पर बेच दिया।
पुलिस इन खुलासों को आधार मान कर आगे की कार्रवाई का खाका तैयार कर रही है। जय बाजपेई का साथ देने वालों पर भी नजर है। बता दें आठ पुलिस कर्मियों की मौत के जिम्मेदार कुख्यात विकास दुबे को यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार सुबह कानपुर में मुठभेड़ में मार गिराया। इससे पहले विकास के पांच खास शूटरों को पुलिस एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है। 14 आरोपियों को जेल भेजा। जेल भेजे गए आरोपियों में दो को मुठभेड़ मे गोली लगी थी।