इन 10 देशों में नहीं देना पड़ता इनकम टैक्स ! जितना कमाया सब आपका

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1- सऊदी अरब

यह देश दुनिया का सबसे बड़ा कच्चा तेल निर्यातक देश है. यहाँ की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार तेल और गैस निर्यात है. इस अरब देश में लोगों से आयकर या इनकम टैक्स नहीं लिया जाता है. हालांकि यहां पर लोगों से कैपिटल गेन टैक्स, सोशल सिक्योरिटी पेमेंट्स लिया जाता है. यहाँ पर खुद का बिज़नस करने वाले प्रवासियों पर 20% टैक्स लगता है.

2- कुवैत

यह एक मध्य पूर्व (Middle East) का देश है. यहां भी लोगों को आयकर या इनकम टैक्स नहीं देना होता है. हालाँकि  लोगों को सोशल सिक्योरिटी के लिए एक निश्चित राशि जमा करनी पड़ती है. इस देश की 80% आय तेल और उससे बने अन्य उत्पादों से होती है.

3- संयुक्त अरब अमीरात

तेल भंडार के मामले में दुनिया का छठवां सबसे बड़ा देश संयुक्त अरब अमीरात है. यहां की अर्थव्यवस्था तेल और गैस के निर्यात के साथ-साथ पर्यटन पर भी आधारित है. संयुक्त अरब अमीरात में प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद लगभग 68245 डॉलर प्रतिवर्ष है लेकिन फिर भी यहां पर भी किसी से आयकर या फिर कैपिटल टैक्स नहीं लिया जाता है.

4- बहरीन

बहरीन में प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद  लगभग 51,845 डॉलर प्रतिवर्ष है लेकिन लोगों से आयकर नहीं लिया जाता है. हालांकि नागरिकों को उनकी आय का 7% तक का हिस्सा सोशल सिक्योरिटी में देना होता है जबकि अप्रवासियों को उनकी आय का 1% हिस्सा सोशल सिक्योरिटी में देना होता है.

इस देश में किराए पर घर देने, स्टाम्प ड्यूटी और रियल स्टेट के ट्रांसफर पर टैक्स देना होता है. यहां हर नियोक्ता (एम्प्लॉयर) को अपने कर्मचारियों के लिए 12% सोशल इंश्योरेंस टैक्स चुकाना होता है.

5- ओमान

ओमान की अर्थव्यवस्था का आधार भी तेल और गैस का निर्यात है. इस देश में प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद लगभग 45,464 डॉलर प्रति वर्ष है. ओमान में भी नागरिकों से कोई आयकर नहीं लिया जाता है. हालाँकि यहां के नागरिक सामाजिक सुरक्षा स्कीम में अपना योगदान जरूर देते हैं.

6- कतर

फारस की खाड़ी के किनारे बसा ये देश अपनी शानों-शौकत और बेहतरीन आर्किटेक्चर के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का प्रति व्यक्ति सकल सकल घरेलू उत्पाद लगभग 1,24,927 डॉलर प्रत्रि वर्ष है. कतर में सरकार की आय का मुख्य स्रोत तेल और गैस निर्यात है. इस देश की गिनती दुनिया के अमीर देशों में होती है फिर भी यहाँ के लोगों से आयकर नही लिया जाता है.

7- मोनाको

यह देश यूरोप में स्थित हैं. मोनाको दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश है. मोनाकों में करोड़पतियों के रहने का धनत्व सबसे ज्यादा है फिर भी यहाँ लोगों से आयकर नही लिया जाता है.

8- केमैन आइलैंड्स (Cayman Islands)

केमैन द्वीप पश्चिमी कैरेबियन सागर में एक स्वायत्त ब्रिटिश विदेशी क्षेत्र है. इस देश की अर्थव्यवस्था का आकार लगभग 3.48 अरब डॉलर  है.

यहां भी लोगों को इनकम टैक्स और कैपिटल टैक्स नहीं लिया जाता है. इसके अलावा यहां पर सोशल सिक्योरिटी के लिए कुछ भी देना जरूरी नहीं है, देना ना देना आपकी मर्जी पर निर्भर करता है. हालांकि यहां पर इंपोर्ट ड्यूटी देनी पड़ती है जिसकी सीमा 25% तक है. हर नियोक्ता (employer) को अपने कर्मचारियों के लिए पेंशन स्कीम चलानी होती है. इसमें लगातार 9 माह से काम कर रहे बाहरी कर्मचारी भी शामिल होते है.

9- बरमूडा

बरमूडा का नाम सुनते ही बरमूडा ट्राएंगल का रहस्य दिमाग में आ जाता है. बारमूडा ब्रिटिश शासन के अधीन है और यह ब्रिटेन के उपनिवेशी क्षेत्र है. यहां ज्यादातर लोग छुट्टियां बिताने आते हैं इस कारण यह दुनिया की सबसे महंगी जगहों में से एक है.

यहां पर भी लोगों को किसी तरह का इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता है लेकिन यहाँ पर लोगों को 25% सीमा शुल्क और नियोक्ता या एम्प्लॉयर को 14% पे-रोल टैक्स (Pay Role Tax) देना पड़ता है. इसके अलावा लोगों से सोशल सिक्योरिटी टैक्स, प्रॉपर्टी टैक्स भी वसूला जाता है.

10- बहामास

टूरिज्म के लिहाज से बहामास से यह दुनिया की सबसे आकर्षक पर्यटन स्थल है. यहाँ का प्रति व्यक्ति सकल सकल घरेलू उत्पाद 25079 डॉलर प्रति वर्ष है. यहां भी लोगों को आयकर नहीं देना पड़ता है. हालांकि यहां स्टाम्प ड्यूटी, इंपोर्ट ड्यूटी, नेशनल इंश्योरेंश और प्रॉपर्टी टैक्स देना पड़ता है.

इस प्रकार आपने पढ़ा कि जिन देशों में आयकर नही लिया जाता है उनमे से अधिकतर गल्फ क्षेत्र के तेल और गैस उत्पादक देश हैं. इन देशों की सरकार की अच्छी खासी कमाई तेल और गैस के निर्यात से ही हो जाती है इसलिए यहाँ की सरकारों को लोगों की आय पर आयकर लगाने की जरुरत नही पड़ती है.

source – Dainik Jagran

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