1. इससे छुटकारा पाने के लिए सबसे जरुरी बात ये है की अधिक तेल, मसाले वाले भोजन से परहेज करे। बाजार में मिलने वाले डब्बे बंद उत्पाद का कम से कम सेवन करे। इसमें इस्तेमाल किये हुए केमिकल महिलाओ के स्वास्थ पर बहुत बुरा प्रभाव डालते है।
2. श्वेत प्रदर में अपने वेजिना के आस-पास के भागो को और बाल को हमेशा साफ़ रखना चाहिए। वेजिना को सुबह शाम पानी को उबाल कर ठंडा कर ले और उसी से धुले और ढीला अंडर वियर पहने। इससे संक्रमण का खतरा कम रहता है।
3. ल्यूकोरिया में जीरा और चीनी की बहुत ही अहम् भूमिका है। 50 ग्राम जीरा और 50 ग्राम चीनी ले। जीरे हो धीमी आंच में तवे पर भून ले। भुनने के बाद जीरे को पीस ले फिर जीरा और चीनी को मिला ले। इस मिश्रण को सुबह दोपहर शाम एक-एक चम्मच सेवन कम से कम एक हफ्ते तक सेवन करे।
4. मासिक धर्म के समय भी अगर आप स्वेत प्रदर से पीड़ित है तो दिन दो बार पैड को बदले और साफ़-सफाई रखे।
5. मेथी के बीज ल्यूकोरिया में फायदेमंद होते हैं। ये जलन, सूजन और दर्द से राहत पाने में मदद करते हैं। मेथी के बीज तीन चम्मच लगभग आधे घंटे के लिए लगभग एक लीटर पानी में उबाल ले। पानी को छानकर ठंडा कर लें। इस पानी को ठंडा होने के बाद तुरंत पिए इससे ल्यूकोरिया में आराम मिलेगा।
6. अमरुद के पत्तों का काढ़ा अक्सर योनि विकारों से छुटकारा पाने के लिए उपयोग किया जाता है। अमरूद के कुछ ताज़े पत्तों को लगभग एक लीटर पानी में आधे घंटे तक उबालें। इसे ठंडा होने दें और फिर इसे लेकर अपने योनि को धुले उससे खुजली, योनि की लालीपन आदि समाप्त हो जायेगा।
7. धनिया भी ल्यूकोरिया में बहुत फायदेमंद है। १० ग्राम सूखे धनिये के बीज को रात भर १०० मिली पानी में भिगो दे। इस पानी को छान ले सुबह खाली पेट पिए। ऐसा करने से शरीर से टॉक्सिन्स दूर होते हैं और शरीर स्वस्थ रहता है और संक्रमण होने का खतरा नहीं रहता है।
8. एलोवेरा श्वेत प्रदर में मदद करता है क्योंकि यह गर्भाशय के ऊतकों को टोन करता है और किसी भी असामान्य तरल पदार्थ के निर्वहन यानी शरीर से बाहर जाने से रोकने में मदद करता है।
9. नीम ल्यूकोरिया के इलाज के लिए भी बहुत उपयोगी है। नीम के पेड़ की छाल या छाल से प्राप्त रस को सफेद जीरे के साथ लेना चाहिए। नियमित रूप से शाम को गाय का दूध पीने से थोड़ी मात्रा में नीम का तेल पीने से ल्यूकोरिया का इलाज करने में मदद मिलती है।
10. चावल और पानी से बना काढ़ा सफेद पानी के लिए एक बहुत ही सामान्य और सदियों पुराना उपाय है। लगभग एक लीटर पानी में आधा मुट्ठी चावल उबालकर और फिर ठंडा होने पर इस पानी को पीने से ल्यूकोरिया ठीक हो जाता है। इसके अलावा, उबले हुए चावल के पानी में जामुन के बीजों का पाउडर मिलाकर भी श्वेत प्रदर से निजात पाया जाता है।
11. ल्यूकोरिया के इलाज के लिए आम को घरेलू उपचार के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। आम की गुठली को पेस्ट बनाकर योनि के अंदर लगाने से ल्यूकोरिया में आराम मिलता है। पके आम का गूदा जब योनि पर लगाया जाता है, तो ल्यूकोरिया के कारण होने वाली खुजली और जलन से राहत मिलती है।
12. ल्यूकोरिया का इलाज करने में ओकरा या भिंडी फायदेमंद हैं। एक लीटर पानी में लगभग २०० ग्राम भिंडी से बना काढ़ा सफेद स्त्राव को कम करने में सहायक है। इसे धीमी आंच पर तब तक उबाले जब तक पानी आधे से कम न हो जाए। इस मिश्रण को पीने से ल्यूकोरिया को ठीक करने में मदद मिलती है। बेहतर स्वाद के लिए काढ़े में कुछ शहद या चीनी मिला ले।
13. अंजीर के पेड़ की छाल या बरगद के पेड़ के काढ़े से जननांग पथ को धोना ल्यूकोरिया को ठीक करने में सहायक है। इससे योनि मार्ग स्वस्थ और स्वच्छ रहेगा।
14. अखरोट के पेड़ की पत्तियों में कसैले गुण होते हैं जो कि संक्रमण को ठीक करने में सहायक होते हैं। लगभग 20 मिनट के लिए पानी में पत्तियों को उबालें और यह छलनी होने के बाद जननांग पर थोड़े सा छोपे फिर उसी पानी से धुल दे। ल्यूकोरिया से तेजी से राहत के लिए इसे दिन में तीन बार दोहराएं।
15. सूखे आंवले या आंवले का चूर्ण ल्यूकोरिया के लिए फायदेमंद है। आंवले का पाउडर लें और इसमें मिश्री या चीनी मिलाएं। इसे सुबह शाम एक हफ्ते तक सेवन करे। ल्यूकोरिया में बहुत जल्द आराम दिखना शुरू हो जायेगा।