इस दौरान वो एटीएम से ट्रांजेक्शन करता है और वो राशि निकालने में असफल रहता है। तो उस पर जुर्माना लगेगा। एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, अगर कस्टमर के बैंक खाते में पर्याप्त राशि नहीं और फिर भी वो एटीएम से ट्रांजेक्शन करता है जो फेल हो जाती है। तो उस पर 20 रुपए के साथ जीएसटी जोड़कर जुर्माना लगेगा। एसबीआई अपने मेट्रो शहरों में रहने वाले ग्राहकों को बचत खाताधारक को एक माह 8 बार एटीएम से मुफ्त निकासी की सुविधा देती है।
अन्य बैंक एटीएम से तीन बार और पांच बार एसबीआई के एटीएम से निकासी ग्राहक कर सकता है। अगर ग्राहक तय सीमा से अधिक ट्रांजेक्शन करता है तो उससे अतिरिक्त प्रत्येक निकासी का शुल्क वसूला जाता है। वहीं गैर मेट्रो शहरों में एसबीआई अपने कस्टमरों को एटीएम से दस बार मुफ्त निकासी की सुविधा देता है। इसमें से पांच बार अन्य बैंकों के एटीएम से और पांच बार एसबीआई के एटीएम का इस्तेमाल की छूट है।
अगर कस्टमर इसके बाद भी एटीएम ट्रांजेक्शन करता है तो उससे अतिरिक्त प्रत्येक निकासी का शुल्क वसूला जाता है। इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक ने एटीएम के द्वारा दस हज़ार रुपए से अधिक की धनराशि की निकासी पर ओटीपी की सर्विस शुरू का दी थी। नई सुविधा 1 जनवरी 2020 से शुरू की गई थी। इसके तहत एसबीआई कार्डधारक के मोबाइल में ट्रांजेक्शन करते समय ही एक ओटीपी आएगा, जिसकी मदद से कस्टमर राशि निकाल सकता है।
बैंक की एटीएम की सर्विस 24 घंटे उपलब्ध रहती है। एटीएम के द्वारा लगातार हो रही धोखाधड़ी को रोकने के लिए भारतीय स्टेट बैंक ने अपने कस्टमरों के लिए नई सुविधा शुरू की है, जिससे धोखाधड़ी को रोकने में मदद भी मिली है।