जेल से बाहर आने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव आज फिर से राजनीति में एंट्री लेंगे और वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये राजद नेताओं के साथ मीटिंग करेंगे। लालू प्रसाद की वर्चुअल मीटिंग में आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी उपस्थित रहेंगे। हालांकि इसके पहले लालू प्रसाद यादव ट्वीटर पर सक्रिय थे और राजनीति की सभी गतिविधियों पर नजर बनाये हुए थे। इस वर्चुअल मीटिंग में आरजेडी के विधायक, विधान पार्षदों के साथ पिछले विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी मौजूद होंगे। मीटिंग में पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी मुखिया पार्टी कार्यकर्ताओं को कोरोना काल में लोगों की मदद को लेकर दिशा-निर्देश देंगे।
ज्ञात हो कि लालू प्रसाद यादव पहले ही पार्टी में जुड़े लोगों को निर्देशित कर चुके हैं कि इस वर्चुअल मीटिंग सभी समय से शामिल हों।. यह निर्देश सभी विधायक-विधान पार्षदों के साथ पिछले चुनाव में प्रत्याशी रहे नेताओं को भी जारी किया गया है। हालांकि बताया जा रहा है कि पार्टी मुखिया की यह कोई सियासी बैठक नहीं है बल्कि कोरोना काल में पार्टी के नेता कैसे लोगों की मदद करें। इस विषय पर चर्चा होनी है। साथ ही संकट की इस घड़ी में गरीबों की मदद कैसे की जाए इस बात पर भी विचार किया जायेगा।
शुरू हुआ ट्वीटर वार
बता दें की इस बैठक का ऐलान कई दिन पहले ही कर दिया गया था जिसके बाद ट्वीटर वार शुरू हो गया था। कई राजनेताओं ने ट्वीटर के जरिये लालू प्रसाद को घेरने का प्रयास किया था। सुशील मोदी ने लालू को घेरते हुए ट्वीट किया था “चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद को जमानत पर छोड़ने के लिए आधी सजा काटने से लेकर गंभीर बीमारियों से पीड़ित होने तक, कई दलीलें दी गईं थीं, लेकिन जमानत मिलते ही वे अपना राजनीतिक कार्यक्रम घोषित कर रहे हैं, अब पार्टी उनकी बीमारियों को भुला चुकी है।’ सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद को पहले अपने स्वास्थ्य और कोरोना से परेशान जनता की चिंता करनी चाहिए। आरजेडी प्रमुख सुनिश्चित करें कि पार्टी अनाप-शनाप बयानबाजी बंद कर पीड़ितों की सेवा में रचनात्मक सहयोग करें।. बिहार के लोग सुरक्षित बचेंगे, तो वे बहुत राजनीति कर लेंगे।