CDC की लिस्ट में शामिल हुए कोरोना के नए लक्षण :- कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर सभी राज्य के मुख्यमंत्री के साथ खास विचार करेंगे वहीं इसके आंकड़ों की बात की जाए तो अब कर दुनिया में 70 लाख से अधिक लोग संक्रंमित हो चुके हैं. जो अपने आप में ही एक बड़ा आंकड़ा साबित होता है. वहीं मौत के आंकड़े की बात करें तो करीब 4 लाख से अधिक लोग इस बीमारी से अपना दम तोड़ चुके हैं. जो बेहद चिंता का विषय है. ऐसे में कोरोना वायरस पर सरकार की अगली रणनीति क्या होगी? इसके लिए पीएम मोदी इसी माह के 16 और 17 जून को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों बैठक करने जा रहे है।
शुरुआत में सर्दी—जुखाम की चर्चा के बाद बिना लक्षण वाले कोरोना का नाम आया। तो वहीं अब सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी को भी कोरोना वायरस के लक्षण में शामिल कर दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज यह जानकारी दी है। इस मामले पर राष्ट्रीय टास्क फोर्स की तरफ से चर्चा की गई थी, जिसके बाद इस नतीजे पर पहुंचा जा सका है। बता दें इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) में इस मुद्दे को कोविड से संबंधित मामलों में राष्ट्रीय टास्क फोर्स में रखा गया था।
ऐसा इसलिए किया गया था क्योंकि कोरोना संक्रमण के मामलों में देखा गया था कि रोगियों के सूंघने और स्वाद महसूस करने की क्षमता में कमी देखी गई है। गौरतलब है कि मौजूदा समय में किसी शख्स का कोरोना टेस्ट लेने के संदर्भ में 13 क्लीनिकल लक्षण और संकेत हैं जो बीते महीने संशोधित किए गए थे। कोरोना इन लक्षणों में बुखार, खांसी, उल्टी, दस्त, सांस फूलना, पेट में दर्द, नौसिया, रक्तगुल्म (खून का ऊपर उठना), शरीर में दर्द, सीने में दर्द, गले में खराश, नाक से पानी निकलने को शामिल किया गया है। एक या अधिक लक्षणों वाले किसी भी रोगी को टेस्ट कराने की इजाजत दी जाती है। स्वाद और गंध की कमी को भी लक्षणों की सूची में जोड़े जाने के बाद से अब रोगी को परीक्षण करने के लिए एक या उससे अधिक 15 लक्षणों की सूचना देनी पड़ेगी।
Loss of smell (anosmia) or loss of taste (ageusia) added to the list of #COVID19 symptoms by the Health Ministry. pic.twitter.com/PM6ZkEkHK4
— ANI (@ANI) June 13, 2020
ज्ञात हो कि राष्ट्रीय टास्क फोर्स के सदस्य परीक्षण मानदंडों के लिए दुनिया भर में मौजूद नवीनतम दैनिक डाटा का अवलोकन करते हैं। बताते चलें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अप्रैल माह में कई यूरोपीय संघ (ईयू) के देशों, संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर कोविड -19 के प्रमुख लक्षणों में से एक के रूप में गंध और स्वाद की कमी को जोड़ा था।