आईसीसी T20 वर्ल्ड कप 2022 में बुधवार को भारत और बांग्लादेश के बीच खेला गया मुकाबला काफी रोमांचक रहा। इस मैच की आखिरी गेंद पर विजेता का फैसला हुआ, जिसमें भारतीय टीम ने 5 रनों से बाजी मारी। हालांकि इस समय एक विवाद भी खड़ा हो चुका है, यह विवाद भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली को लेकर है, कि उन्होंने एक फेक फील्डिंग की थी। यहां आपको बता दें कि फिक्सेटिंग अगर कोई खिलाड़ी करें तो पेनाल्टी के रूप में विपक्षी टीम को 5 रन दिए जाते हैं। ऐसे में बांग्लादेश का मुकाबला जीत सकती थी लेकिन किसी का ध्यान नहीं किया। आइए इस पर हम बात करते हैं।
आपको बता दें कि बांग्लादेश की पारी के सातवें ओवर का है. जब बांग्लादेशी ओपनर लिटन दास ने अक्षर पटेल की गेंद पर डीप ऑफ साइड की तरफ शॉट खेला। गेंद पॉइंट पर फील्डिंग कर रहे विराट कोहली के पास से गुजरी, जिसे डीप में फील्डिंग कर रहे अर्शदीप सिंह ने कलेक्ट किया और थ्रो किया। लेकिन इसी दौरान पॉइंट पर खड़े कोहली ने भी गेंद को विकेट पर थ्रो करने का नाटक किया। उस समय इस पर किसी की नजर नहीं गई, अगर बांग्लादेशी खिलाड़ी इस की अपील करते हैं तो बांग्लादेश टीम को पांच रन पेनाल्टी के रूप में मिल सकते थे।
आपको बता दें कि बांग्लादेश की हार के बाद बांग्लादेश के विकेटकीपर नुरुल हसन ने इसका जिक्र किया। उन्होंने कहा कि,
Law 41.5.1 states: “It is unfair for any fielder wilfully to attempt, by word or action, to distract, deceive or obstruct either batsman after the striker has received the ball,”
— Kaushik Jegadeesan (@kaushik0803) November 2, 2022
5 runs should have been awarded to Bangladesh here pic.twitter.com/t1a6Q0femn
“हम सबने देखा कि मैदान पूरा गीला था। और जब इन सब चीजों के बारे में बात हो रही है तो मैच के दौरान एक फेक थ्रो भी था। इससे हमें पेनल्टी के पांच रन मिलते. वह भी हमें फायदा पहुंचा सकते थे लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका।”
आईसीसी का नियम 41.5.1 अनफेयर प्ले की बात करता है। इसके अनुसार फील्डिंग टीम द्वारा, बल्लेबाज को जानबूझकर डिस्ट्रैक्ट करना, छल करना (डिसेप्शन) या उसके लिए व्यवधान पैदा करने का जिक्र है। इसमें कहा गया है कि अगर अंपायर को लगता है कि किसी घटना से इस नियम को तोड़ा गया है, तो बल्लेबाजी करने वाली टीम को पेनल्टी के पांच अतिरिक्त रन मिल सकते हैं। लेकिन उस वक्त किसी बांग्लादेश के खिलाडियों का ध्यान नहीं गया।