हर साल आईपीएल के मिनी ऑक्शन में कई ऐसे खिलाड़ी आते हैं, जो आते तो शुरूआत में एक साधारण नाम के साथ जाते हैं, तो एक सुपरस्टार और बड़ा प्राइस टैग अपने साथ लेकर जाते हैं। कुछ ऐसा ही इस बार हुआ जम्मू कश्मीर के युवा आलराउंडर विव्रांत शर्मा के साथ। जो आए थे तो एक साधारण नाम के साथ लेकिन ऑक्शन से 2.50 करोड़ रुपये का बड़ा प्राइस टैग अपने साथ लेकर गए हैं।
भारत के करोड़ों क्रिकेट फैंस पर बड़ा सवाल छोड़कर गए हैं कि आखिरी ऐसा क्या था, इनमें जो 20 लाख के प्राइस वाले खिलाड़ी को 2.50 करोड़ रुपये मिले।
तंगहाली में बीता बचपन
पहले तो आपको बता दें कि विव्रांत शर्मा जम्मू-कश्मीर के आलराउंडर हैं। जो बाएं हाथ से बल्लेबाज़ी करते हैं एवं बाएं हाथ से लेग स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं। विव्रांत शर्मा पिछले घरेलू क्रिकेट में अपने शानदार प्रदर्शन के कारण सुर्खियों में आए थे। उन्होंने 8 पारियों में 191 रन बनाए हैं। साथ ही 6 विकेट भी लिए हैं। विव्रांत शर्मा की कहानी बड़ी ही रोचक है।
विव्रांत शर्मा जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं। उनका एक बड़ा भाई भी है। विव्रांत शर्मा का बचपन बड़ा ही चुनौतियों के बीच बीता है। विव्रांत शर्मा की मां का निधन तब ही हो गया था, जब वें 5 वर्ष के थे। इसके बाद उनके पिता ने उन्हें संभाला। उनकी एक दवाई और केमिकल की दुकान थी।
बड़े भाई ने विव्रांत शर्मा के लिए अपने सपने की दी कुर्बानी
विव्रांत शर्मा के बड़े भाई विक्रांत शर्मा भी क्रिकेट खेला करते थे, लेकिन जब विव्रांत शर्मा 15 वर्ष के थे, तब उनके पिता भी गुजर गए। इसके बाद विक्रांत ने क्रिकेट खेलना छोड़ दिया। जब विव्रांत शर्मा के बड़े भाई ने देखा कि विव्रांत अच्छे खेलते हैं, तो उन्होंने अपने छोटे भाई को क्रिकेट जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
विव्रांत शर्मा अपने अच्छे प्रदर्शन के कारण लगातार आगे बढ़ते रहे। उन्होंने अब्दुल समद और उमरान मालिक के साथ क्रिकेट खेलना जारी रखा। उन्हें पिछले साल सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में नेट बाॅलर के तौर पर शामिल किए गये। टीम ने भी इस बार उन्हें ऑक्शन में नाम दिलवाया और उन्हें ऑक्शन में खरीदा भी। वें हैदराबाद के लिए खेलने वाले जम्मू-कश्मीर के तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं।